लखनऊ: उ0प्र0 कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने प्रदेश में आयी अपराधों में भीषण बाढ़ पर प्रदेश सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि पूरा प्रदेश अपराधियों की गिरफ्त में है और प्रदेश के मुख्यमंत्री गैर प्रदेश में चुनाव प्रचार कर झूठी शेखी बघार रहे हैं और खुद के प्रदेश की जनता को भगवान के भरोसे छोड़ दिया है। उन्होने जनपद रायबरेली के हरचंदपुर में बीएससी की छात्रा का अपहरण एवं उसे जिन्दा जलाकर मार दिये की घटना को क्रूरतम घटना बताते हुए कहा कि तीन दिन बीत जाने के बाद भी अभी तक पुलिस हत्यारों तक नहीं पहुंच पायी है। राजधानी लखनऊ में हिन्दूवादी नेता श्री रणजीत बच्चन की गोली मारकर हुई हत्या में अभी तक पुलिस सिर्फ लकीर पीट रही है और अपराधी खुलेआम घूम रहे हैं, प्रदेश के मुख्यमंत्री ने कमिश्नर प्रणाली लागू कर अपने कर्तव्यों की इतिश्री मान ली है।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि इतना ही नहीं प्रदेश की पुलिस भी अपराधियों के नक्शेकदम पर चल रही है। अभी चार-पांच दिन पूर्व उन्नाव के बिहार थाना क्षेत्र में जलाकार मारी गयी दुष्कर्म पीड़िता की बहन ने पुलिसिया उत्पीड़न के चलते आत्महत्या की कोशिश की। बाद में पुलिस ने पीड़िता के परिवार को न्याय दिलाने, मदद करने और सुरक्षा देने के बजाय उनके परिजनों को शांतिभंग की आशंका में नजरबन्द कर दिया और आत्महत्या का मुकदमा दर्ज कर प्रताड़ित करने में जुटी हुई है। यह प्रदेश की योगी सरकार की नाकामी का जीता-जागता प्रमाण है।

श्री अजय कुमार लल्लू ने मिर्जापुर के लालगंज थाना क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय रामपुर अतरी में मिड डे मील के लिए बनायी जा रही सब्जी में गिरने से चार वर्षीय बच्ची की दुःखद मौत हो जाने पर गहरा शोक व्यक्त किया और मृतका के परिजनों को दस लाख रूपये आर्थिक मुआवजा प्रदान किये जाने की मांग की। उन्होने कहा कि मिड डे मील में लापरवाही का इस सरकार में यह आलम है कि इसी जनपद में छात्रों को नमक-रोटी परोसा गया। एक लीटर दूध से 80 लीटर दूध बनाकर पूरे स्कूल के बच्चों में बांटा गया तो मुजफ्फरनगर में मिड डे मील में छिपकली पाये जाने से कई बच्चों की तबियत खराब हुई तो बुलन्दशहर में मिड डे मील में मरा हुआ चूहा पाया गया। लगातार इस प्रकार की घटनाओं पर प्रदेश सरकार का संज्ञान न लेना इस बात का संकेत है कि वह बच्चों के जीवन के साथ खिलवाड़ करने पर अमादा है।]

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने दिनों-दिन भारी रफ्तार से बढ़ रहीं आपराधिक घटनाओं और अपराधियों के सामने सरकार और पुलिस की बेबसी पर गहरी चिन्ता व्यक्त करते हुए इसे प्रदेश के लिए दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया है। उन्होने प्रदेश के मुख्यमंत्री के दिल्ली पर्यटन पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि पहले अपने राज्य की कानून व्यवस्था को सुधारें उसके बाद दूसरे राज्यों में उपदेश करें।