नई दिल्ली: बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स मंगलवार को 917 अंक की लंबी छलांग लगाकर अपने बजट पूर्व स्तर पर पहुंच गया। वैश्विक बाजारों में स्थिरता से निवेशकों ने राहत की सांस ली है। निवेशकों की चौतरफा लिवाली से बाजार में जोरदार उछाल आया। यह चार माह में सेंसेक्स की एक दिन की सबसे बड़ी बढ़त है। बजट वाले दिन यानी शनिवार को बाजार में जोरदार बिकवाली देखने को मिली थी। बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों वाले सेंसेक्स में मंगलवार को लगातार दूसरे कारोबारी सत्र में लाभ दर्ज हुआ। सेंसेक्स 917.07 अंक या 2.30 प्रतिशत की छलांग के साथ 40,789.38 अंक पर पहुंच गया। कारोबार के दौरान इसने 40,818.94 अंक का उच्चस्तर भी छुआ। यह 23 सितंबर, 2019 के बाद से सेंसेक्स की एक दिन की सबसे ऊंची बढ़त है। इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 271.75 अंक या 2.32 प्रतिशत की बढ़त के साथ 11,979.65 अंक पर पहुंच गया। यह करीब चार माह में निफ्टी में एक दिन की सबसे बड़ी बढ़त है। शनिवार को बजट के दिन सेंसेक्स में जोरदार गिरावट आई थी। यह करीब एक दशक में सेंसेक्स की सबसे बड़ी गिरावट थी।

बजट बाजार की उम्मीदों पर खरा नहीं उतर सका। लेकिन पिछले दो कारोबारी सत्रों के दौरान बाजार में तेजी का सिलसिला लौटा है। इससे पता चलता है कि निवेशकों ने बजट की निराशा को पीछे छोड़ दिया है और अब वे बाजार की दिशा तय करने वाले अन्य कारकों की ओर देख रहे हैं। सोमवार को विनिर्माण क्षेत्र की गतिविधियां जनवरी में आठ साल के उच्चस्तर पर पहुंच गईं। इससे बाजार लाभ के साथ बंद हुए। बजट के बाद यह शेयर बाजारों का पहला कारोबारी सत्र था। सेंसेक्स की कंपनियों में टाइटन का शेयर सबसे अधिक 7.97 प्रतिशत चढ़ गया।

आईटीसी, एचडीएफसी, बजाज फाइनेंस और टाटा स्टील के शेयर भी लाभ में रहे। वहीं दूसरी ओर बजाज आटो और हिंदुस्तान यूनिलीवर के शेयरों में गिरावट रही। बीएसई मिडकैप और स्मॉलकैप 1.37 प्रतिशत तक चढ़ गए। सैंक्टम वेल्थ मैनेजमेंट के पोर्टफोलियो प्रबंधक (इक्विटी निवेश उत्पाद) हेमांग कपासी ने कहा, ‘‘वैश्विक बाजारों में बढ़त के बीच भारतीय बाजारों में भी जोरदार तेजी देखने को मिली। बजट के दिन हुए नुकसान की पूरी भरपाई बाजार ने कर ली है और अब सेंसेक्स बजट पूर्व स्तर के पास है। निवेशकों की निगाह अब कंपनियों के तिमाही नतीजों पर है। कई कंपनियों के बेहतर नतीजों से उन्हें राहत मिली है।’’