पहले वनडे में न्यूजीलैंड ने भारत को 4 विकेट से हराया

हैमिलटन: भारत के खिलाफ न्यूजीलैंड ने वनडे सीरीज का आगाज धमाकेदार अंदाज में किया। हैमिल्टन में खेले गए तीन मैचों की सीरीज के पहले मुकाबले में न्यूीजलैंड ने 348 रनों का लक्ष्य हासिल कर इतिहास रच दिया। वनडे में यह न्यूजीलैंड द्वारा हासिल किया गया सबसे बड़ा लक्ष्य है। वहीं श्रेयस अय्यर के द्वारा लगाए गए वनडे में पहले शतक पर भी पानी फिर गया। यह कहना गलत नहीं होगी कि टी-20 में मिली करारी हार पर यह जीत मरहम का काम करेगी।

भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए श्रेयस अय्यर की शतकीय पारी के दम पर 347 रन बनाए थे। केएल राहुल ने ताबड़तोड़ 88 रन बनाए थे। जवाब में रोस टेलर की बेहतरीन शतकीय पारी के दम पर न्यूजीलैंड ने मुश्किल जीत को आसान कर दिया। टेलर ने 73 गेंदो पर 10 चौके और चार छक्के लगाकर शतक पूरा किया। उन्हें अपनी शानदार बल्लेबाजी के लिए मैन ऑफ द मैच भी चुना गया।

मिडल ऑर्डर के धुरंधर बल्लेबाज श्रेयस अय्यर के पहले शतक, केएल राहुल और विराट कोहली की अर्धशतकीय पारियों के दम पर भारत ने न्यूजीलैंड के खिलाफ चार विकेट पर 347 रन बनाए। वहीं टी-20 सीरीज में ‘प्लेयर आफ द टूर्नमेंट’ रहे राहुल ने 64 गेंद में 88 रन की नाबाद पारी खेली। कोहली ने 63 गेंद में 51 रन बनाए। अय्यर ने अपनी पारी में 11 चौके और एक छक्का जड़ा। उन्होंने राहुल के साथ चौथे विकेट के लिए 136 रन जोड़े। भारत ने आखिरी दस ओवर में 96 रन बनाए।

इसके जवाब में उतरी न्यूजीलैंड ने सधी हुई शुरुआत की और दोनों सलामी बल्लेबाजों ने शतकीय साझेदारी की। न्यूजीलैंड की ओर से रोस टेलर ने नाबाद 109 रन की पारी खेली, जबकि हेनरी निकोल्स ने 78 रन और कप्तान टॉम लैथम ने 69 रन की पारी खेली, इन दोनों की साझेदारी ने ही भारत के हाथों से मैच भी छीन लिया। इनके अलावा मार्टिन गप्टिल 32 रन बनाकर आउट हुए। वहीं, भारत की ओर से कुलदीप यादव को दो विकेट मिले, जबकि जसप्रीत बुमराह का विकेट का कॉलम खाली रहा।

ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ न्यूजीलैंड ने 2007 में 346 रन के लक्ष्य का सफल चेज किया था। 49.3 ओवर में कीवी टीम ने हैमिल्टन में ही एक विकेट की रोमांचक जीत हासिल की थी। भारत के खिलाफ 348 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए न्यूजीलैंड ने वनडे में अपना सबसे बड़ा स्कोर चेज किया है। हालांकि 2006 में ऑस्ट्रेलिया ने 434 रन बनाए थे जिसे साउथ अफ्रीका ने 49.5 ओवर में एक विकेट रहते हासिल कर इतिहास रचा था। यह वनडे इंटरनेशनल में किसी भी टीम द्वारा हासिल किया गया अब तक का सबसे बड़ा स्कोर है।