बहराइच: मासिक समीक्षा बैठक के दौरान आयुष्मान भारत योजना की समीक्षा में पाया गया कि जहाॅ नवम्बर माह में मात्र 136 लाभार्थियों द्वारा चिकित्सा का लाभ प्राप्त किया गया। वहीं जनवरी माह 2020 तक योजना से लाभान्वित होने वाले लाभार्थियों की संख्या बढ़कर 2016 हो गयी है। जिलाधिकारी श्री कुमार ने इस स्थिति के लिए सभी सम्बन्धित अधिकारियों विशेषकर डी.एच.ई.आई.ओ. रवीन्द्र कुमार त्यागी के प्रयासों की सराहना की।

जिलाधिकारी ने सभी अधिकारियों का यह भी आहवान किया कि अपने प्रयासों से आयुष्मान योजना के तहत प्रदेश में प्रथम स्थान प्राप्त करने का लक्ष्य तय कर आगे बढ़े। श्री कुमार ने मुख्य चिकित्साधिकारी डाॅ. सुरेश सिंह को यह भी निर्देश दिया कि आयुष्मान मित्रों के कार्यो की अपने स्तर से स्वयं समीक्षा करें और संतोष जनक कार्य न करने वाले आयुष्मान मित्रों को बाहर का रास्ता दिखायें। बैठक के दौरान जिला पंचायत राज अधिकारी को निर्देश दिये गये कि जनपद में रिबोर कराये गये हैण्डपम्पों का सत्यापन करायें यदि कोई कमी पायी जाय तो सम्बन्धित के विरूद्ध कार्रवाई की जाय।

जिलाधिकारी ने अधि.अभि. सरयू नहर खण्ड पंचम के बैठक में उपस्थित न रहने पर जिलाधिकारी ने कड़ी नाराज़गी जताते हुए सम्बन्धित का वेतन बाधित करने तथा स्पष्टीकरण प्राप्त किये जाने का निर्देश दिया। आॅगनबाड़ी केन्द्र निर्माण कार्य की प्रगति संतोषजनक न पाये जाने पर जिला कार्यक्रम अधिकारी व अधि.अभि. ग्रामीण अभियन्त्रण विभाग से स्पष्टीकरण प्राप्त किये जाने का निर्देश दिया। पचास लाख रूपये से अधिक लागत की निर्माण परियोजनाओं की समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी श्री कुमार ने निर्देश दिया कि धनाभाव के कारण अपूर्ण पड़ी ऐसी परियोजनाएं जिनके सम्बन्ध में उपभोग व अन्य प्रमाण-पत्रों के साथ अवशेष धनराशि की माॅग हेतु पूर्व में पत्र प्रेषित किये गये हैं, उनके सम्बन्ध में जिलाधिकारी के स्तर से भी पत्र भिजवाया जाय।

आकांक्षात्मक जनपद के लिए नीति आयोग द्वारा निर्धारित सूचकांकों की समीक्षा के दौरान श्री कुमार ने एग्रीकल्चर, बेसिक इन्फ्रास्ट्रक्चर व आपरेशन कायाकल्प योजना पर विशेष फोकस कर रैंकिंग में सुधार लाये जाने का निर्देश दिया। बैठक में कन्या सुमंगला योजना, सभी प्रकार की पेंशन व छात्रवृत्ति, मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना, 181 महिला हेल्प लाइन, समग्र ग्राम योजना, पेयजल परियोजना, खाद्य सुरक्षा अधिनियम, समर्थन मूल्य योजना, गन्ना भुगतान, सौभाग्य योजना, खाद व बीज की उपलब्धता, प्रधानमंत्री आवास योजना सहित अन्य योजनाओं एवं कार्यक्रमों की समीक्षा कर सम्बन्धित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिये गये।

इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी अरविन्द चैहान, मुख्य चिकित्साधिकारी डाॅ. सुरेश सिंह, सीएमएस डा. डी.के. सिंह, जिला विकास अधिकारी राजेश कुमार मिश्र, डी.सी. एन.आर.एल.एम. सुरेन्द्र कुमार गुप्ता, परियोजना निदेशक डीआरडीए अनिल कुमार सिंह, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डाॅ. बलवन्त सिंह, डीपीओ जी.डी. यादव, सहायक निदेशक एस.बी. सिंह, जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी डाॅ. अर्चना सिंह सहित अन्य सम्बन्धित अधिकारी मौजूद रहे।