नई दिल्ली: चीन में जानलेवा कोरोना वायरस के चलते मरने वालों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। चीन की सरकार द्वारा जारी ताजा आंकड़ों के मुताबिक अभी तक कोरोनावायरस के चलते 564 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने देश में स्थितियां नाजुक बताई हैं।

चीन में कोरोना वायरस को लेकर राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने बुधवार को कहा कि बचाव और नियंत्रण की स्थिति संकटपूर्ण है। उन्होंने कहा कि वायरस को रोकने और इस पर नियंत्रण पाने के लिए कानून पर आधारित, वैज्ञानिक और सामूहिक प्रयासों की आवश्यकता है। उन्होंने यह बात कम्यूनिस्ट पार्टी की सेंट्रल कमेटी मीटिंग के दौरान कही।

कोरोना वायरस की आपदा से जूझ रहे चीन ने सेना को बुला लिया है। राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने अपने आदेश में कहा है कि चीनी सेना, पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) को अब इस महामारी को रोकने की जिम्मेदारी लेनी होगी। सेना को यह समझना होगा कि हालात बहुत मुश्किल और चुनौती भरे हैं। उन्होंने कहा कि पीएलए को अपना मकसद ध्यान में रखना होगा और आदेशों का पालन करना होगा। उन्होंने लोगों की मदद करने को लेकर कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना की प्रशंसा के पुल भी बांधे।

चीन में कोरोना वायरस से मरने वालों की संख्या दिन पर दिन तेजी से बढ़ती जा रही है। चीन के नेशनल हेल्थ कमीशन ने बताया कि 65 लोगों की और मौत हो जाने से कुल संख्या 490 पर पहुंच गई है। इस वायरस से पीड़ित करीब चार हजार नए मामले सामने आने के बाद इस बीमारी से पीड़ित लोगों की तादाद 24 हजार को पार कर गई है।

कोरोना वायरस से सर्वाधिक प्रभावित चीन के वुहान में जन्मे एक नवजात को महज 30 घंटे के भीतर कोरोना वायरस का संक्रमण हो गया। चीनी मीडिया के अनुसार इस वायरस से पीड़ित होने वाले लोगों में यह नवजात सबसे कम आयु का मरीज हो गया है। डॉक्टरों का अनुमान है कि यह संक्रमण मां से नवजात में आया होगा। उसकी मां इस बीमारी की चपेट में है।

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दावा किया है कि कोरोना वायरस से लड़ने के लिए चीन को पूरा सहयोग किया जाएगा। उन्होंने मंगलवार रात दिए एक भाषण में कहा कि अमेरिकावासियों की सेहत की फ्रिक करने का मतलब इस छूत की बीमारी से लड़ने जैसा ही है। अमेरिका इस दिशा में चीनी सरकार के मिल कर काम कर रहा है।