वाराणसी: नागरिकता संशोधन कानून पर मचे सियासी बवाल और शाहीन बाग सहित देश के अलग-अलग हिस्सों में विरोध प्रदर्शन के बीच पीएम नरेंद्र मोदी ने साफ किया है कि वह इस फैसले पर पूरी तरह कायम रहेंगे। दूसरी बार प्रधानमंत्री बनने के बाद अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी के दूसरे दौरे पर 1200 करोड़ रुपये की सौगात देने के बाद पीएम ने कहा कि ये फैसले (सीएए, आर्टिकल 370) जरूरी थे, फिर भी तमाम दबावों के बावजूद हमने ये फैसले लिए। मैं आपको भरोसा दिलाता हूं कि हम इन फैसलों पर आगे भी कायम रहेंगे।

सीएए का जिक्र करते हुए नरेंद्र मोदी ने कहा, 'हम वे फैसले लेने में सक्षम हुए, जो लंबे समय से रुके हुए थे। आर्टिकल 370 हो या सीएए हो, हमने तमाम दबावों के बाद भी ऐसे फैसले लिए। मैं आपको भरोसा दिलाता हूं कि इन फैसलों पर आगे भी कायम रहेंगे।' गृहमंत्री अमित शाह भी बार-बार कह चुके हैं कि सरकार सीएए के मुद्दे पर पीछे नहीं हटेगी। सीएए और एनआरसी के विरोध में दिल्ली के शाहीन बाग की तरह ही देश के कई हिस्सों में प्रदर्शन चल रहे हैं।

राम मंदिर का जिक्र करते हुए नरेंद्र मोदी ने कहा, 'राम मंदिर का विषय दशकों से अदालतों में उलझा हुआ था। अब मंदिर निर्माण का रास्ता हो चुका है। सरकार ने ट्रस्ट के निर्माण की घोषणा की है, जो मंदिर निर्माण का कार्य देखेगा। अयोध्या में राम मंदिर से जुड़ा एक और बड़ा फैसला किया गया है। 67 एकड़ अदिग्रहीत जमीन भी ट्रस्ट को ही ट्रांसफर कर दी जाएगी। जल्द ही अयोध्या में भव्य और दिव्य राम मंदिर तैयार होगा।'

दोबारा प्रधानमंत्री बनने के बाद दूसरी बार वाराणसी पहुंचे नरेंद्र मोदी शैव समुदाय से जुड़े जंगमवाड़ी मठ पहुंचे। इसके बाद उन्होंने चंदौली के पड़ाव में पंडित दीन दयाल उपाध्याय की 63 फीट ऊंची प्रतिमा का अनावरण किया। पीएम मोदी ने वाराणसी में लगभग 1200 करोड़ रुपये की योजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। उन्होंने काशी से महाकालेश्वर और ओंकारेश्वर को जोड़ने वाली काशी-महाकाल एक्सप्रेस को भी झंडी दिखाई।

पीएम नरेंद्र मोदी ने आगे कहा, 'शिक्षा, स्वास्थ्य, पर्यटन, संस्कृति से जुड़े इन कार्यों के लिए मैं वाराणसी और पूर्वांचल के लोगों को बधाई देता हूं। पिछले कुछ सालों में वाराणसी में लगभग 25 हजार करोड़ की योजनाएं या तो पूरी हो चुकी हैं, या काम जारी है।