नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) की कमान अपने हाथ मे लेने के बाद भारत में पिंक बॉल टेस्ट की शुरुआत कराने वाले अध्यक्ष सौरभ गांगुली ने रविवार को यह साफ कर दिया कि टीम इंडिया अब विदेशों में भी डे-नाइट टेस्ट खेलने को तैयार है। बीसीसीआई के अध्यक्ष और पूर्व भारतीय कप्तान गांगुली ने आज मीडिया के सामने कहा कि टीम इंडिया अब ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के खिलाफ भी डे नाइट टेस्ट खेलने को तैयार है। इससे पहले बीते साल नवंबर में भारतीय टीम ने अपना पहला डे-नाइट टेस्ट मैच बांग्लादेश के खिलाफ खेला था।

बोर्ड का अध्यक्ष बनने के बाद सौरभ गांगुली ने भी बांग्लादेश के खिलाफ दो टेस्ट की सीरीज का आखिरी मैच (कोलकाता टेस्ट) डे-नाइट टेस्ट के रूप में बदलवाने में अहम योगदान निभाया था। गांगुली ने पहले भारतीय कप्तान विराट कोहली को इसके लिए राजी किया और फिर बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड को पिंक बॉल टेस्ट खेलने के लिए मना लिया।

इससे पहले भारतीय टीम हमेशा पिंक बॉल टेस्ट खेलने से पीछे हटती रही थी। साल 2018-19 में क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (CA) ने उसे 4 टेस्ट मैच की सीरीज का एक टेस्ट पिंक बॉल से खेलने का ऑफर दिया था लेकिन तब टीम इंडिया ने इस बॉल से अनुभव न होने का कारण बताते हुए अपना हाथ पीछे खींच लिया था। साल 2015 में पहली बार पिंक बॉल टेस्ट की शुरुआत हुई थी। तब ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड ने पहला पिंक बॉल (डे-नाइट) टेस्ट मैच खेला था। इसके बाद पाकिस्तान, वेस्ट इंडीज, साउथ अफ्रीका, इंग्लैंड, श्रीलंका, जिम्बाब्वे आदि देशों ने पिंक बॉल टेस्ट की शुरुआत कर दी थी लेकिन टीम इंडिया ने साल 2019 के अंत से पहले टेस्ट के इस नए प्रारूप को स्वीकार नहीं किया था।

बांग्लादेश के खिलाफ भारत ने जब अपना पहला पिंक बॉल टेस्ट खेल लिया तो इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया ने इस पहला का स्वागत करते हुए उम्मीद जताई थी कि अब टीम इंडिया उनके खिलाफ भी पिंक बॉल से टेस्ट मैच खेलने को राजी हो जाएगी। भारत को इस साल के अंत में ऑस्ट्रेलिया दौरे पर टेस्ट सीरीज के लिए जाना है और क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया भारत के साथ सीरीज का एक टेस्ट डे-नाइट के रूप में खेलने को उत्सुक है।