लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा में सोमवार को विपक्षी समाजवादी पार्टी ने प्रमुख अखिलेश यादव की सुरक्षा के मुद्दे को लेकर हंगामा मचाया जिसके बाद सदन की कार्रवाई आधे घंटे के लिये स्थगित कर दी गयी। सोमवार को जैसे ही विधानसभा की कार्रवाई शुरू हुई विपक्ष के नेता रामगोविंद चौधरी ने अखिलेश की सुरक्षा के मुद्दे को उठाया लेकिन जब विधानसभा अध्यक्ष ह्रदय नारायण दीक्षित ने इस पर विचार करने से इंकार कर दिया तो सपा सदस्य सदन में हंगामा करने लगे और प्रश्न काल को बाधित करने लगे। इस पर विधानसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्रवाई आधे घंटे के लिये स्थगित कर दी।

अखिलेश यादव ने हाल में दावा किया था कि उन्हें भाजपा के एक नेता की ओर से धमकी भरा फोन और मैसेज आया था। यादव शनिवार को कन्नौज जिले में सपा के महिला सम्मेलन में पहुंचे थे। जब वह सभा को सम्बोधित कर रहे थे तभी जनता के बीच से गोविन्द शुक्ला नाम के युवक ने अखिलेश से बेरोजगारी पर सवाल किया।

इस पर अखिलेश ने उससे पूछा कि तुम किसके आदमी हो? भाजपा के तो नहीं हो? इतना कहने पर शुक्ला ने जय श्री राम का नारा लगाया। तब सपा के कार्यकर्ताओं ने उसकी पिटाई करना शुरू कर दी।

तब अखिलेश ने कहा था, "एक भाजपा नेता ने मुझे फोन और मैसेज करके जान से मारने की धमकी दी है। मेरी जान को खतरा है। धमकी का मैसेज मोबाइल में सेव है। एक-दो दिन में लखनऊ में प्रेस कॉन्फ्रेंस करूंगा।"