मुख्य श्रम आयुक्त द्वारा आईबीए को फटकार 15 दिनों में आंदोलन समाप्त कराने का निर्देश

लखनऊ। यूनाइटेड फोरम आफ बैंक यूनियन्स के बैनर तले आज सायं पंजाब एण्ड सिन्घ बैंक,लालबाग में सैकड़ो बैंककर्मियों ने पिछले तीन वर्षो से लम्बित वेतन समझौता न किये जाने के विरोध में दूसरे चरण में विशाल प्रदर्शन एवं सभा की।

यू.एफ.बी.यू. के प्रांतीय संयोजक काम.वाई.के.अरोड़ा ने बताया कि पिछले दिनों मुख्य श्रम आयुक्त राजीव वर्मा ने बार-बार बैंककर्मियों की हड़ताल के कारण आमजन की आर्थिक परेशानी को देखते हुये आईबीए को फटकार लगाई तथा 15 दिनों में वार्ताकर आंदोलन समाप्त कराने तथा 5 मार्च तक समझौता वार्ताओं की प्रगति रिपोर्ट पेश करने के निर्देश दिये।

एन.सी.बी.ई. के प्रदेश महामंत्री काम0 के.के.सिंह ने कहा बड़े ऋणों की स्वीकृत एवं देख-रेख के अभाव में एन.पी.ए. होने के कारण लाभ के एक बड़े भाग को रिजर्व फंड में ट्रांसफर करके बैंकों को घाटे में दिखाया जा रहा है इसी बहाने से बैंककर्मियों की वेतनवृद्धि मे अड़ंगेबाजी की जा रही है। मार्च 11 से 13 को हम तीन दिवसीय हड़ताल पर जायेंगे तब भी मंागे पूरी न होने पर 1 अप्रैल से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जायेगें।

सभा को सम्बोधित करते हुये काम. दिलीप चाौहान, महासचिव, आईबाॅक ने बताया कि केन्द्र सरकार तथा आईबीए दो दिवसीय देशव्यापी हड़ताल के बाद अभी भी अपनी हठधर्मिता पर अड़ा हुआ है, अब अगर हम अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए तो निश्चय ही बैंकिंग ढांचा चरमरा जाएगा।

एल.एस.भाटिया (एआईबीईए),ने कहा जब आरबीआई और नाबार्ड में पांच दिनी बैंकिंग है तो सारी बैंकों को पांच दिनी करने में क्या समस्या हो सकती है।
फोरम के लखनऊ संयोजक अनिल श्रीवास्तव ने बताया कि पिछले दिनों एक प्रतिनिधि मंडल ने माननीय राज्यपाल महोदया से मिलकर माननीय प्रधानमंत्री को सम्बोधित एक ज्ञापन सौंपा था लेकिन अभी तक हमें कोई उत्तर प्रधानमंत्री कार्यालय से प्राप्त नहीं हुआ है।

प्रदर्शन को काम0 पवन कुमार (आॅयबाक), वी.के.सेंगर (एनसीबीई), दीप बाजपेई (एआईबीईए), सन्दीप सिंह (इनबाॅक), आर.एन.शुक्ला (एआईबीओसी), मनमोहनदास (एनओबीडब्ल्यू), यू.पी.दुबे (एनसीबीई), एल.एस.भाटिया (एआईबीईए), धमेंद्र अवस्थी (एआईबीईए), अजय दीक्षित (एआईबीओए) आदि बैंक नेताओं ने भी संबोधित किया। सभा में बड़ी संख्या में महिला बैंककर्मी भी उपस्थित रही।

सभा के अंत में मीडिया प्रभारी अनिल तिवारी ने बताया कि अब अगले चरणों में 26 फरवरी-प्रदर्शन, 3 मार्च-कैन्डिल लाइट प्रोटेस्ट, 7 मार्च-धरना तथा 9 मार्च-प्रदर्शन आदि विरोध कार्यक्रम 11 से 13 मार्च की देशव्यापी हड़ताल के पूर्व किये जायेंगे।