लखनऊ: एमिटी इंस्टीट्यूट ऑफ बायोटैक्नोलॉजी, एमिटी विश्वविद्यालय, लखनऊ परिसर द्वारा प्रथम इंडस्ट्री अकादमिया इंट्रेक्शन श्रंखला 2020 का आयोजन किया गया।

उद्योग जगत और अकादमिक क्षेत्र के बीच संवाद को बेहतर बनाने और दूरियों को कम करने के उद्देश्य से आयोजित इस कार्यक्रम के तहत आने वाले सत्रों में विभिन्न उद्योगों से जुडें नामचीन अधिकारियों और पालिसी मेकरों से छात्रों का संवाद कराया जाएगा।

इस पहले सत्र में मुख्य वक्ता के रूप में बायोकॉन अकादमी, बंगलुरू के डा. रामगोपाल राव एवं प्रोवेस फार्मा नॉलेज सेंटर, अहेमदाबाद के संस्थापक एवं एमडी डा. निषोध सक्सेना ने विद्यार्थियों को संबोधित किया।

डा. रामगोपाल ने अपने संबोधन में छात्रों को इंडस्ट्री की अपने कर्मचारी से होने वाली अपेक्षाओं के बारे में जानकारी साझा की। उन्होंने कहा कि, नियोक्ता वर्तमान समय में न केवल शैक्षणिक रूप से उच्च और अव्वल अभ्यर्थी तलाशती है बल्कि नियोक्ता अपने होने वाले कर्मचारी की अन्य क्षेत्रों में कुशलता को भी महत्व देती है। आज मल्टी टास्किंग कर्मचारियों को वरीयता दी जाती है जो समय आने पर किसी भी परिस्थिति को संभाल सकें।

कर्यक्रम में 150 छात्रों के अलावा बड़ी संख्या में संकाय सदस्यों ने भी हिस्सा लिया। कार्यक्रम के दौरान डीन अकादमिक, प्रो. राजेश कुमार तिवारी एवं निदेशक एमिटी इंस्टीट्यूट ऑफ बायोटैक्नोलॉजी प्रो. जेके श्रीवास्तव ने वक्ताओं को स्मृति चिंन्ह प्रदान कर सम्मानित किया।

कार्यक्रम का संयोजन डा. अदिति सिंह एवं डा. मनीष द्धिवेदी ने तथा धन्यवाद ज्ञापन डा. प्रीति माथुर ने किया।