नई दिल्ली: केंद्र सरकार ने इलाहाबाद बैंक में इंडियन बैंक का विलय करने की सैद्धांतिक मंजूरी दी थी। अब ग्राहकों के लिए बुरी खबर है। यदि आपका एटीएम इस बैंक में तो एक मार्च 2020 से 2000 रुपये के नोट नहीं निकलेंगे। हालांकि 200 रुपये के नोट बढ़ जाएगा।

फिलहाल एक ही बैंक ने ऐसा करने का फैसला लिया है। इंडियन बैंक ने फैसला किया है कि वह अपने एटीएम में 2,000 रुपये के नोट नहीं डालेगी। इस संबंध में बैंक ने अपने सभी ब्रांच को जानकारी दे दिया है। इंडियन बैंक ने यह फैसला अपने ग्राहकों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए लिया हैं।

इंडियन बैंक ने ग्राहकों को 2000 के नोट को एक्सचेंज कराने के लिए दुकान या अन्य जगहों पर भटकते देखा गया। बैंक ने इसके लिए 17 फरवरी को एक सर्कुलर भी जारी किया था। जिसमें लिखा गया है कि एटीएम में 2000 के नोट रखने वाले कैसेटस 1 मार्च 2020 से डिसएबल कर दिए जाएंगे।

इंडियन बैंक ने यह स्पष्ट कर दिया है कि एटीएम में 2000 के नोट नहीं रहेंगे तो 200 के नोट की संख्या बढ़ा दी जाएगी। हालांकि बैंक से निकासी करने वाले ग्राहकों को 2000 के नोट उपलब्ध होंगे। दरअसल, एटीएम से 2000 की कैसेट डिसएबल करने का निर्णय बैंक ने इसलिए लिए क्योंकि एटीएम से पैसे निकालने के बाद ग्राहक उसे एक्सचेंज करने के लिए बैंक आते हैं। ऐसे में तो फिर एटीएम होने का कोई फायदा ही नहीं हुआ।

सरकार ने वित्त मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव संजीव कौशिक को इंडियन बैंक के निदेशक मंडल में निदेशक नियुक्त किया है। वह अमित अग्रवाल की जगह लेंगे। अग्रवाल वित्तीय सेवा विभाग में संयुक्त सचिव हैं। इंडियन बैंक ने शेयर बाजारों को दी सूचना में कहा कि केंद्र सरकार ने अधिसूचना के जरिये संजीव कौशिक को तत्काल प्रभाव से बैंक के निदेशक मंडल में निदेशक बनाया है।