नई दिल्ली: कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को राष्ट्रपति भवन में भोज का निमंत्रण नहीं दिए जाने से नाराज लोकसभा में विपक्ष के नेता अधीर रंजन चौधरी ने भी वहां जाने से इनकार कर दिया। शनिवार (22 फरवरी, 2020) को कांग्रेस नेता ने कहा कि वो सरकार के इस फैसले के खिलाफ राष्ट्रपति भवन में भोज के लिए नहीं जाएंगे। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के लिए 25 फरवरी को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने भोज का आयोजन किया है।

कांग्रेस अध्यक्ष को ना बुलाए जाने पर अधीर रंजन ने कहा, ‘हमारी पार्टी की नेता सोनिया गांधी को आमंत्रित नहीं किया गया है। राष्ट्रपति ट्रंप और भारतीय प्रधानमंत्री मोदी दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। लोकतंत्र के विभिन्न निहितार्थ हैं, जिनमें से एक शालीनता और शिष्टाचार है। जब मोदी ने अमेरिका का दौरा किया तब दोनों रिपब्लिकन और डेमोक्रेट ‘हाउडी मोदी’ कार्यक्रम में मंच पर मौजूद थे।’

उन्होंने संडे एक्सप्रेस से कहा, ‘मगर इधर मोदी के शब्दकोश में लोकतंत्र के मायने बदल गए हैं। कांग्रेस 134 साल पुरानी लोकतांत्रिक पार्टी है, और हमारे नेता को सभी लोकतांत्रिक देशों द्वारा मान्यता प्राप्त है। मगर उन्हें आमंत्रित नहीं किया गया। इसका कांग्रेस से सीधा संबंध है। इसे मैं स्वीकार नहीं कर सकता, इसलिए निमंत्रण को अस्वीकार करता हूं।’

उन्होंने कहा, ‘सैकड़ों करोड़ रुपए बर्बाद हो रहे हैं। यह कार्यक्रम राष्ट्रपति ट्रंप उत्सव के अलावा कुछ भी नहीं है। व्यापार सौदे के बारे में वो पहले ही अपनी राय बता चुके हैं। ट्रंप विक्रेता के रूप में दिखाई देंगे और मोदी के एक खरीदार के रूप में। इसका परिणाम क्या है… भारत क्या हासिल करेगा… जब पूरा देश रोजगार और किसानों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य के लिए संघर्ष कर रहा है।’