लखनऊ: उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग और रुमी फाउंडेशन लखनऊ चैप्टर द्वारा प्रस्तुत 7 वां वार्षिक वाजिद अली शाह फेस्टिवल गोमती-1857 मुजफ्फर अली द्वारा कल्पित एवं निर्देशित एक मल्टी मीडिया नृत्य नाटक 23 फरवरी को शाम 6 बजे दिलकुशा पैलेस में धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर मोरारी बापू द्वारा प्रासुबह समग्र संस्कृति , गंगा जमुनी तहज़ीब पर उद्बोधन दिया गया, शाम को राही मासूम रज़ा की कविता पर मुज़फ़्फ़र अली द्वारा निर्देशित नृत्य बैले का प्रदर्शन किया गया , कार्यक्रम के बाद अंजुमन ए दिल , की रूहानी सिस्टर्स डॉ जागृति लूथरा प्रसन्ना और डॉ नीता पाण्डे नेगी द्वारा एक जुगलबंदी की प्रस्तुति की गयी ।