नई दिल्ली: दिल्ली में नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) को लेकर जगह-जगह चल रहा विरोध हिंसक होता जा रहा है। इस विरोध के चलते आज के लिए दिल्ली का दिन मनहूस रहा। बेकाबू बवाल के चलते एक हेड कांस्टेबल की मौत हो गई और एक प्रदर्शनकारी ने भी दम तोड़ दिया। बताते चलें कि विरोधियों की ओर से की गई फायरिंग में रतन लाल नाम के हेड कॉन्स्टेबल की मौत हो गई।

हेड कॉन्स्टेबल रतन लाल सहायक पुलिस आयुक्त के कार्यालय से जुड़े हुए थे। इतना ही नहीं प्रदर्शनकारियों ने मौजपुर में दो घरों को भी आग के हवाले कर दिया। विरोध के नाम पर सरेआम गुंडागर्दी की गई। सोमवार को मौजपुर में सीएए के समर्थक और विरोधी दोनों आमने-सामने आ गए। दोनों ओर से जमकर पथराव हुआ। कई गाड़ियों में आग लगा दी गई। बसें फूंक दी गईं। हालात पर काबू पाने के लिए नॉर्थ-ईस्ट दिल्ली के तनाव वाले क्षेत्रों में भारी पुलिसबल की तैनाती की गई है।

उत्तर-पूर्वी दिल्ली में संशोधित नागरकिता कानून के विरोधियों और समर्थकों के बीच हुई हिंसक झड़प के मद्देनजर पिंक लाइन मेट्रो पर पांच स्टेशन बंद कर दिये गए हैं। दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (डीएमआरसी) ने ट्वीट किया, ''जाफराबाद, मौजपुर-बाबरपुर, गोकलपुरी, जौहरी एंक्लेव और शिव विहार मेट्रो स्टेशन के प्रवेश और निकास द्वार बंद कर दिये गए हैं। ट्रेनें वेलकम मेट्रो स्टेशन तक ही जाएंगी।''

उत्तर पूर्वी दिल्ली के जाफराबाद, मौजपुर और चांदबाग में संशोधित नागरिकता कानून को लेकर झड़प में दिल्ली पुलिस के एक हेड कांस्टेबल की मौत हो गई जबकि पुलिस उपायुक्त घायल हो गए। प्रदर्शनकारियों ने घरों, दुकानों और वाहनों को आग लगा दी और एक दूसरे पर पथराव भी किया। इससे पहले डीएमआरसी ने प्रदर्शनों के चलते जाफराबाद और मौजपुर-बाबरपुर मेट्रो स्टेशनों को बंद कर दिया था।

जाफराबाद और मौजपुर इलाकों में संशोधित नागरिकता कानून को लेकर हुई झड़पों में दिल्ली पुलिस के एक हेड कांस्टेबल की मौत हो गई जबकि पुलिस उपायुक्त घायल हो गए। सीएए समर्थक और विरोधी प्रदर्शनकारियों ने एक दूसरे पर पथराव किया और फिर घरों, दुकानों और वाहनों को आग लगा दी। इसके अलावा चांदबाग और भजनपुरा इलाकों में भी सीएए विरोधियों और समर्थकों के बीच भी हिंसा की खबरें आईं। इन इलाकों में हिंसा का यह दूसरा दिन है।