नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (एनपीसीआई) ने पेमेंट ईकोसिस्टम से जुड़ी कंपनियों के साथ मिलकर एक इंडस्ट्री कैंपेन ‘यूपीआई चलेगा‘ की शुरुआत की है, जो खास तौर पर यूपीआई को आसान, सुरक्षित और त्वरित भुगतान के रूप में बढ़ावा देने के लिहाज से तैयार किया गया है। इस अभियान का उद्देश्य उपयोगकर्ताओं को यूपीआई के सही उपयोग की दिशा में मार्गदर्शन देना है, ताकि वे अपने दैनिक जीवन में एक आदतन परिवर्तन करते हुए यूपीआई का नियमित तौर पर इस्तेमाल करने लगें। अभियान के दौरान यूपीआई एप्लिकेशन पर लेनदेन करते समय सुरक्षा पहलुओं पर भी ध्यान केंद्रित किया जाएगा। यह अभियान भारतीय स्मार्टफोन उपयोगकर्ताओं को विभिन्न अवसरों पर यूपीआई का उपयोग करने में आसानी के लिए मार्गदर्शन करने के लिए लक्षित करता है। ये ऐसे अवसर हैं, जहाँ नकद या किसी अन्य भुगतान मोड के बजाय यूपीआई का उपयोग किया जा सकता है। यह अभियान सभी उम्र के उपयोगकर्ताओं को लक्षित करता है और इसका उद्देश्य सुरक्षित रूप से यूपीआई के उपयोग को बढ़ावा देना है। ‘यूपीआई चलेगा‘ अभियान ग्राहकों को उनके दैनिक खर्चों जैसे कि सब्जी की दुकान, पेट्रोल पंप, रेस्तरां, ई-कॉमर्स, बिल भुगतान, आदि के लिए यूपीआई का उपयोग करने के बारे में शिक्षित करता है। इस कैम्पेन से जुड़ी क्रिएटिव एजेंसी ओगिल्वी एंड मेथर (ओ एंड एम) ने इससे संबंधित कैरेक्टर रचा है, जिसका नाम है- श्रीमती राव और जो ब्रांड यूपीआई की प्रवक्ता हैं। जब भी हाथ में नकदी का संकट होता है, श्रीमती राव प्रकट होती हैं, और समस्या के सरल समाधान के रूप में यूपीआई लेनदेन का परिचय देती हैं। इस बारे में बनाए गए 6 टेलीविजन काॅमर्शियल (टीवीसी) में श्रीमती राव द्वारा व्यंग्यपूर्वक कहानी कही गई है, जो दर्शकों को चीजों को खरीदने और बिलों को विभाजित करने के पुराने तरीकों में उनके विश्वास के लिए धीरे से फटकार लगाती है। विज्ञापन फिल्में इस शिक्षाप्रद नोट पर समाप्त होती हैं, ‘‘बटुए की जगह मोबाइल निकलो, लेनदेन की नई आदत डालो!‘