नई दिल्ली: दिल्ली में नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में हिंसा जारी है। सोमवार से जारी हिंसा अभी भी जारी है। इसी बीच एक खबर आई है कि एक भाजपा पार्षद मुस्लिम परिवार के लिए फरिश्ता बनकर आधी रात को सामने आया। बता दें कि दिल्ली के कई इलाकों में हिंसक झड़प के बीच भारतीय जनता पार्टी के एक पार्षद ने हिंसक भीड़ के चंगुल से एक मुस्लिम परिवार और उसके घर को बचाकर इंसानियत की मिसाल पेश की।

हिंसा के बीच दिल्ली के यमुना विहार से भाजपा के वार्ड पार्षद प्रमोद गुप्ता मुस्लिम शख्स शाहिद सिद्दीकी के परिवार की मदद के लिए आगे आए और लगभग 150 लोगों की हिंसक भीड़ से उनके घर को आग के हवाले होने से बचाया। बता दें कि सीएए को लेकर नॉर्थ ईस्ट दिल्ली हिंसा में अब तक दस लोगों की मौत हो चुकी है।

शाहिद सिद्दीकी ने एक टीवी चैनल से बातचीत में बीती रात की घटना को लेकर कहा कि भीड़ ने अचानक नारे लगाते हुए पड़ोस की ओर बढ़ना शुरू कर दिया। भीड़ ने उस ओर से प्रवेश किया जहां पुलिस ने बैरिकेडिंग नहीं कर रखा था और वह रास्ता जो मुस्लिम बहुल इलाके की ओर जाता था। सिद्दिकी ने कहा कि यह घटना करीब 11.30 बजे की है। सिद्दीकी ने कहा कि भीड़ ने पहले उनके घर के नीचे एक बुटीक जलाया, जो उनके किराएदार का था। उसके बाद उनके परिवार की एक कार और मोटरबाइक को भी भीड़ ने जला दिया।

विशेष पुलिस आयुक्त सतीश गोलचा और प्रवीर रंजन ने फ्लैग मार्च की अगुवाई की। विशेष पुलिस आयुक्त (कानून व्यवस्था, उत्तरी क्षेत्र) गोलचा ने कहा, ‘‘ हम उपयुक्त कार्रवाई कर रहे हैं। जरूरी बल का इस्तेमाल किया जा रहा है। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए आंसू गैस और हल्के लाठीचार्ज का इस्तेमाल किया गया है। हम बदमाशों को हिरासत में लेंगे और उनके विरुद्ध उपयुक्त कार्रवाई की जाएगी।’’