नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के पक्ष और विपक्ष में पिछले तीन दिन से चल रहे विरोध ने सोमवार को हिंसक रूप ले लिया और इसमें एक जवान सहित 7 लोग मारे जा चुके हैं। मंगलवार सुबह भी जाफराबाद और बाबरपुर इलाके में तनाव की स्थिति है।

नॉर्थ-ईस्ट दिल्ली में नागरिकता संशोधन कानून को लेकर जारी विरोध प्रदर्शनों ने एक तरह से सांप्रदायिक रंग ले लिया है। मौजपुर, कबीर नगर और जाफराबाद में मंगलवार को हिंसा के तीसरे दिन हालात बेहद तनावपूर्ण हैं। मौजपुर में तो सुबह-सुबह ही पत्थरबाजी शुरू हो गई, कुछ वाहनों को भी जलाए जाने की खबर है।

अभी तक शाहीन बाग में सीएए विरोधियों द्वारा मीडिया को निशाना बनाए जाने की खबरें आ रही थीं, लेकिन मौजपुर और जाफराबाद में हिंसा के तीसरे दिन CAA समर्थकों ने भी अब मीडिया को कवरेज से रोक रहे हैं। मौजपुर में रात में हुई हिंसा के बाद मंगलवार सुबह सीएए के समर्थकों ने कवरेज करने गए पत्रकारों के कैमरे बंद करवा दिए और मोबाइल जेब में रखवा दिए।

दिल्ली के करावल नगर में मंगलवार सुबह भी पत्थरबाजी और आगजनी की खबरें हैं। ब्रह्मपुरा इलाके में दो गुटों में पथराव की घटना के बाद रैपिड ऐक्शन फोर्स (RAF) ने फ्लैग मार्च किया है। दिल्ली पुलिस ने बताया कि आज सुबह मौजपुर और ब्रह्मपुरा इलाके में फिर से पथराव की घटना हुई है।

नॉर्थ-ईस्ट दिल्ली के मौजपुर चौक में सीएए समर्थक मंगलवार सुबह से ही जमा हो गए। कुछ लोगों ने कबीर नगर की तरफ पत्थरबाजी शुरू कर दी। इस दौरान कबीर नगर की तरफ से भी पत्थरबाजी शुरू हो गई। सुबह तक दोनों तरफ से रुक-रुक कर पत्थरबाजी जारी थी