नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी के नेता कपिल मिश्रा के खिलाफ रविवार और सोमवार को हिसा भड़काने के आरोप में दो शिकायतें दर्ज कराई गई हैं। इसमें से एक शिकायत आप पार्टी की कॉर्पोरेटर रेशमा नदीम और दूसरी हसीब उल हसन ने दर्ज कराई है। शिकायत में कपिल मिश्रा पर आरोप लगाया गया है कि दिल्ली मे सीएए विरोध के दोरान बीजेपी नेता ने अपने भड़काऊ भाषणों से लोगों को भड़काया है। जिससे दिल्ली में अराजकता फैल गई है। हालांकि दिल्ली पुलिस ने इसपर कोई एक्शन नहीं लिया है। उत्तर पूर्वी दिल्ली में संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) को लेकर भड़की हिंसा में एक हेड कांस्टेबल समेत सात लोगों की मौत हो गई और अर्द्धसैन्य एवं दिल्ली पुलिस बल के कई कर्मियों समेत कम से कम 105 लोग घायल हो गए।

रविवार को कपिल मिश्रा का एक 41 सेकेंड का वीडियो वायरल हो गया था। वीडियो में कपिल मिश्रा कह रहे थे, "ये यही चाहते हैं कि दिल्ली में आग लगी रहे। इसलिए उन्होंने रास्ते बंद किए और दंगे जैसा माहौल बना रहे हैं। हमारी तरफ से एक भी पत्थर नहीं चला है। डीसीपी साहेब हमारे सामने खड़े हैं, मैं आप सब की तरफ से कर रहा हूं। डोनाल्ड ट्रंप के जाने तक तो हम शांति से हैं लेकिन उसके बाद हम आपकी भी नहीं सुनेंगे। अगर रास्ते खाली नहीं हुए तो। ट्रंप के जाने तक आप जाफराबाद और चांदबाग खाली करवा दीजिए। हम आपसे विनती कर रहे हैं, उसके बाद हमें लौट कर आना होगा।" इसके बाद कपिल मिश्रा ने भारत माता की जय के नारे लगवाए थे।

कपिल मिश्रा ने वीडियो वायरल होने के बाद सोमवार को ट्वीट कर लोगों से शांति की अपील की थी। उन्होंने लिखा था कि हिंसा किसी समस्या का निदान नहीं है। भाईचारा बना रहे सबका इसी में भलाई है। सीएए के समर्थक व विरोधी द्वारा हिंसा तत्काल रोकी जानी चाहिए।

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को कहा कि केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ बैठक अच्छी रही और तय किया गया कि सभी दल शांति बहाल करने की दिशा में कदम उठाएंगे। उन्होंने बैठक के बाद पत्रकारों से कहा, केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ बैठक अच्छी रही और यह तय किया गया कि सभी दल शांति बहाल करने की दिशा में कदम उठाएंगे।’’ केजरीवाल ने कहा, ‘‘ पुलिस अपना काम कर रही है और गृह मंत्री शाह ने आश्वासन दिया है कि जितने भी बल की जरूरत होगी, मुहैया कराया जाएगा।

राष्ट्रीय राजधानी में सोमवार को संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) का समर्थन करने वाले और विरोध करने वाले समूहों के बीच हिंसा में एक हेड कॉन्स्टेबल सहित सात लोगों के मारे जाने के बाद दिल्ली की मौजूदा स्थिति पर चर्चा करने के लिए अमित शाह ने मंगलवार को यह बैठक की। दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल, केजरीवाल, पुलिस आयुक्त अमूल्य पटनायक, काग्रेस नेता सुभाष चोपड़ा, भाजपा नेता मनोज तिवारी और रामवीर बिधूड़ी इस बैठक में मौजूद थे।