सीएए के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान भड़काऊ भाषण देने के आरोप

नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के पूर्व राज्यपाल अजीज कुरैशी पर नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान भड़काऊ भाषण देने के आरोप में केस दर्ज हुआ है। बताया गया है कि कुरैशी ने यह भाषण 22 फरवरी को मुरादाबाद के इदगाह मैदान में सीएए के विरोध में हुई रैली में दिया था। उनके खिलाफ आईपीसी की धारा 143, 145, 149 और 188 के तहत केस दर्ज किया है।

पूर्व राज्यपाल ने सीएए के विरोध में हुई रैली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह पर निशाना साधा था। उन्होंने इस कानून को असंवैधानिक करार देते हुए कहा था कि मोदी और शाह के पास लोगों से भेदभाव करने का कोई अधिकार नहीं है। कुरैशी ने इतिहास का जिक्र करते हुए कहा कि 1200 साल के इतिहास में मुस्लिमों ने इस देश के लिए काफी बलिदान दिया है। 1857 की क्रांति में भी मुस्लिमों ने बलिदान दिया था।

कुरैशी के मुताबिक, “महात्मा गांधी और जवाहर लाल नेहरू ने हमेशा हिंदू भारत के विचार की खिलाफत की। आज मोदी और शाह बांटने वाली राजनीति कर रहे हैं और डिटेंशन कैंप बना रहे हैं। उन्हें ऐसा करने का कोई अधिकार नहीं है।”

अजीज कुरैशी सीएए कानून के संसद में पास होने के बाद से ही इसके विगरोध में जुटे हैं। पिछले महीने उन्होंने लखनऊ में सीएए और एनआरसी के खिलाफ कैंडल मार्च निकाला था। इसके बाद यूपी पुलिस ने कुरैशी के खिलाफ केस दर्ज किया था।