मुंबई: कोरोना वायरस बीमारी से वैश्विक अर्थव्यवस्था पर पड़ने वाले वित्तीय प्रभाव की चिंताओं के बीच स्थानीय शेयर बाजारों में बुधवार को लगातार चौथे दिन गिरावट रही।

कोरोना वायरस अब कुछ नए क्षेत्रों में भी फैल रहा है। इससे वैश्विक अर्थव्यवस्था के समक्ष जोखिम बढ़ रहा है। वैश्विक बाजारों में गिरावट के बीच यहां भी सेंसेक्स 392 अंक और टूट गया। बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स दिन में कारोबार के दौरान एक समय 521 अंक तक नीचे चला गया था। अंत में यह 392.24 अंक या 0.97 प्रतिशत के नुकसान से 39,888.96 अंक पर बंद हुआ। इस तरह चार दिन में सेंसेक्स 1,281.16 अंक या 3.11 प्रतिशत टूट चुका है।

इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 119.40 अंक या 1.01 प्रतिशत के नुकसान से 11,678.50 अंक पर आ गया। यह तीन फरवरी के बाद इसका सबसे निचला स्तर है। चार सत्रों में निफ्टी 402.35 अंक या 3.33 प्रतिशत टूट गया है। सेंसेक्स की कंपनियों में सनफार्मा का शेयर सबसे अधिक नुकसान में रहा।

मारुति, एलएंडटी, हीरो मोटोकॉर्प, इन्फोसिस, ओएनजीसी और रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयरों में भी गिरावट आई। वहीं दूसरी ओर एसबीआई, हिंदुस्तान यूनिलीवर, एचसीएल टेक, एशियन पेंट्स और अल्ट्राटेक सीमेंट के शेयरों में लाभ रहा। बीएसई मिडकैप और स्मॉलकैप शेयर सूचकांकों में 1.34 प्रतिशत तक गिरावट रही। जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘दुनिया भर में कोरोना वायरस को लेकर चिंता से वैश्विक बाजार प्रभावित हुए हैं। माना जा रहा है कि इसका आर्थिक प्रभाव पहले जो अनुमान लगाया गया था उससे अधिक बुरा होगा। इस वजह से निवेश जोखिम वाली संपत्तियों से दूरी बना रहे हैं।’’