लखनऊ। वादा फाउंडेशन आज अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस दिवस के अवसर पर लखनऊ के तेलीबाग क्षेत्र में रैली के माध्यम से पुरूषों को जागरुक किया और उन्हें जेंडर आधारित गैरबराबरी,महिला हिंसा, कन्या भ्रूण हत्या, यौन उत्पीड़न, दहेज़ उत्पीडन, बाल विवाह जैसी सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ आवाज उठाने की शपथ दिलाया !

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए अभियान के प्रभारी अमित ने कहा कि महिलाओं के साथ हो रहें हिंसा में सबसे ज्यादा पुरूषों की भूमिका होती हैं, इसलिए पुरूष समाज की यह जिम्मेदारी है कि वह अपने आप में बदलाव लाये जिससे महिलाओं के साथ हिंसा और भेदभाव बंद हो।

उन्होंने कहाँ की आज तमाम क़ानून होने के बावजूद समाज में महिलाओं के साथ हिंसा और भेदभाव की घटनाए तेजी से हो रही हैं! महिलाओं के साथ हिंसा और भेदभाव को रोकने हेतु हम सभी को वक्त वक्त पर ऐसी सामुदायिक पहल करते रहने की जरुरत है तभी पुरुष समाज बदलाव आएगा.

कार्यक्रम में शामिल सामाजिक कार्यकर्ता संजय गुप्ता ने कहा कि सरकार महिलाओं के लिए क़ानून और योजना तो बना देती है लेकिन उसे जमीन पर पहुचाने के लिए ठोस उपाय नहीं करती है। आज सरकार को महिला हिंसा के खिलाफ ठोस उपाय करनें की जरूरत है जिससे देश में हर साल लाखों की संख्या में हो रहीं हिंसा की शिकार महिलाओं को हिंसा से निकालकर समाज में गरिमामय जीवन तक पहुंचाया जा सकें।

अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य पर आयोजित जागरूकता रैली में बोलते हुए दिनेश ने कहा की महिला के साथ हिंसा और भेदभाव के खिलाफ पुरूषों द्वारा चलाया जा रहा जागरूकता रैली महिलाओं के अधिकारों की पैरवी के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने कहा की आज आजादी के 70 साल भी हमारे समाज में महिलाओं को पुरूषों के बराबर अधिकार नहीं मिल रहा हैं इसलिए महिलाओं के साथ लगातार हिंसा और भेदभाव की घटनाए सामने आ रही हैं.

जागरूकता रैली में पुरूषों ने उत्साह से हिस्सा लिया और खूब नारे लगाये और अपने हाथों में कई तख्तियां पकडे थीं. जिस पर “जेंडर आधारित भेदभाव बंद करों ” “स्टाप उमेन वायलेंस” “महिलाओं का उत्पीड़न बंद करों” जैसे कई और नारे लिखे हुए थे।। रैली में राजेश, आशीष, रविन्द्र, संजय, जीतेन्द्र, रमेश, राजीव, शकील के अलावा बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहें।