लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजनीति में अखिलेश यादव और उनके चाचा शिवपाल यादव के बीच बढ़ी दूरियों से सभी वाकिफ हैं। दोनों के बीच मतभेद की ऐसी खाई बनी कि उसे खुद मुलायम सिंह यादव भी नहीं भर पाए थे। चुनाव के दौरान भी चाचा और भतीजे के रास्ते जुदा थे, लेकिन अब ये बातें बीते दिनों की हो चुकी हैं। दरअसल होली पर सारे गिले-शिकवे भुलाकर अखिलेश ने चाचा शिवपाल का आशीर्वाद लिया। होली का त्योहार पूरे परिवार ने एक साथ मनाया।

प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के मुखिया शिवपाल यादव ने होली बीतने के बाद कहा है कि 2022 का विधानसभा चुनाव सपा के साथ गठबंधन पर लड़ा जाएगा। होली पर सैफई में पूरा परिवार एक साथ दिखा। लाइव हिन्दुस्तान के मुताबिक शिवपाल ने बुधवार को कहा है कि पूरा परिवार एक है। कहीं कोई बंटवारा नहीं है। शिवपाल ने अखिलेश को आशीर्वाद देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री बनो लेकिन हमारे लोगों का पूरा सम्मान होना चाहिए। हम सपा के साथ गठबंधन करेंगे। शिवपाल ने कहा कि वर्ष 2012 के विधानसभा चुनाव में सपा को जिताने में उनकी बहुत बड़ी भूमिका थी।

मुलायम परिवार के लिए इस बार होली डबल खुशियां लेकर आई। शिवपाल और अखिलेश के बीच चल रहे मतभेद के बाद पूरा परिवार एक साथ कभी नहीं दिखा था। होली पर मुलायम सिंह का बिखरा परिवार फिर से एक दिखाई दिया। सैफई में आयोजित होली मिलन समारोह में चार साल बाद एक मंच पर मुलायम सिंह और शिवपाल नजर आए। अखिलेश यादव ने लोगों को बधाई भी दी। एक मंच पर परिवार के सदस्य एक दूसरे से मिले तो गिले शिकवे भी मिट गये। इसकी खुशी पूरे सैफई गांव में भी देखी गई।

बताते चलें कि अखिलेश यादव का भी अपने चाचा शिवपाल यादव के प्रति नरम रुख देखने को मिल चुका है। शिवपाल की सपा में वापसी के सवाल पर अखिलेश ने कहा था कि जो आना चाहे आए, आंख बंद करके पार्टी में शामिल कर लेंगे। हम विधानसभा सदस्यता रद्द की याचिका भी वापस ले लेंगे। हमारे परिवार में परिवारवाद नहीं, लोकतंत्र है। सुलह की दिशा में शिवपाल सिंह यादव कदम बढ़ाते हुए कहा था कि उनकी तरफ से सुलह की पूरी गुंजाइश है। इसके बाद अखिलेश यादव ने लखनऊ में प्रेस कांफ्रेंस कर कहा था कि शिवपाल का घर में स्वागत है। अगर वे आते हैं तो पार्टी में उन्हें आंख बंद कर शामिल कर लूंगा।