मुंबई: शिवसेना ने महाराष्ट्र सरकार में अपनी सहयोगी कांग्रेस पर निशाना साधा है। पार्टी के मुखपत्र सामना में गुरुवार को ज्योतिरादित्य सिंधिया के कांग्रेस छोड़ने पर तंज कसा गया। शिवसेना ने युवा नेताओं की आकांक्षाओं को नजरअंदाज करने के लिए कांग्रेस की आलोचना की है। साथ ही कहा है कि मध्य प्रदेश की राजनीति में कमलनाथ और दिग्विजय सिंह को ऊपर रखना जरूरी था, लेकिन सिंधिया जैसे एक अच्छे नेता को पूरी तरह किनारे करना बिल्कुल भी ठीक नहीं था।

सामना के संपादकीय में कांग्रेस पर हमले के बावजूद मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ की तारीफ की गई है। इसमें कहा गया है कि कमलनाथ एक बहादुर नेता हैं और इतनी जल्दी हार नहीं मानेंगे। जिस तरह महाराष्ट्र में अप्रत्याशित राजनीतिक ड्रामा हुआ, उसी तरह का प्रयोग आने वाले समय में मध्य प्रदेश में भी दिखाई दे सकता है।

शिवसेना ने लेख के जरिए एनडीए में सहयोगी रही भारतीय जनता पार्टी पर भी निशाना साधा है। कहा गया है कि महाराष्ट्र में शिवसेना के नेतृत्व वाली महाविकास अघाड़ी सरकार मजबूत और अभेद्य है। इसमें किसी खतरनाक चीटी के भी आने-जाने की जगह नहीं है। इसलिए भाजपा को दिन में सपने देखना बंद कर देना चाहिए।