नई दिल्ली: ऐसे समय में जबकि पूरी दुनिया कोरोना वायरस की मार झेल रही है और इस घातक वायरस से दुनिया भर में 5 लाख से ज्यादा लोग संक्रमित हैं, तो पूर्व पाकिस्तानी बल्लेबाज जावेद मियांदाद ने खुलासा किया है कि इंग्लैंड के खिलाफ 1992 वर्ल्ड कप फाइनल के दौरान वह एक अजीबोगरीब वायरस से पीड़ित थे।

पाकिस्तान की अब तक की एकमात्र वर्ल्ड कप जीत के 18 साल पूरे होने पर मियांदाद ने कहा कि वह एक वायरस से संक्रमित खे, जिसकी वजह से उन्हें बहुत पसीना आ रहा था और बैटिंग के दौरान उनकी एनर्जी खत्म हो रही थी।

अपने यूट्यूब चैनल पर मियांदाद ने कहा, जब मैं उस फाइनल की वीडियो क्लिप देखता हूं, तो मुझे अब भी समझ नहीं आता कि हम वर्ल्ड कप कैसे जीत गए। जब हम बैटिंग कर रहे थे, हम जल्द विकेट गंवा रहे थे, मेरा लक्ष्य वहां खड़े रहना और विकेट नहीं गंवाना था।

मियांदाद ने कहा, 'मैं बहुत असहज था। मैं वायरस से संक्रमित था जिसने मेरी दौड़ को प्रभावित किया। और अगर आपको याद हो, तो पारी के अंत में मैं अपने शॉट नहीं खेल पाया।'

पूर्व पाकिस्तानी बल्लेबाज ने कहा कि डॉक्टर की सलाह लेने के बावजूद उन्हें वायरस का कोई अंदाजा नहीं था। मियांदाद ने कहा, 'मैं समझ नहीं सका कि वास्तव में मेरी समस्या क्या थी। मैं किसी अजीबोगरीब वायरस से संक्रमित था जिसकी वजह से मुझे पसीना बहुत आ रहा था। मैंने डॉक्टर से भी सलाह ली, लेकिन फाइनल में हमारी पारी के आखिर में मेरी स्थिति ऐसी थी कि मैं शॉट नहीं खेल पाया, मैं केवल वहां खड़ा था। दूसरे छोर पर मेरे साथ इमरान (खान) थे। हमने एक साझेदारी बनाई और पूरे 50 ओवर बैटिंग और एक सम्मानजनक स्कोर खड़ा किया।'

टॉस जीतकर पहले बैटिंग करन उतरी पाकिस्तानी टीम का स्कोर 24 रन था, जब उसके लिए जावेद मियांदाद और इमरान खान ने 139 रन की साझेदारी की। कप्तान इमरान ने 110 गेंदों में 72 रन बनाए जबकि मियांदाद ने 98 गेंदों में 58 रन बनाए। आखिरी ओवरों में इंजमाम उल हक (46 गेंदों में 42) और फिर वसीम अकरम (18 गेंदों में 33 रन) की धुआंधार बैटिंग की मदद से पाकिस्तान ने फाइनल में इंग्लैंड के खिलाफ 249/6 का स्कोर खड़ा किया।

इसके जवाब में इंग्लैंड की टीम 49.2 ओवरों में 227 रन ही बना सकी और पाकिस्तान ने 22 रन से मैच जीतते हुए वर्ल्ड कप जीत लिया। वसीम अकरम और मुश्ताक अहमद ने पाकिस्तान के लिए 3-3 विकेट लिए।

जावेद मियांदाद ने पाकिस्तान के लिए अपने 124 टेस्ट में 8832 रन और 233 वनडे में 7381 रन बनाए।