लखनऊ: गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज में इलाज के दौरान बस्ती के जिस युवक की मौत हो गई थी वह कोरोना पाजीटिव था।

केजीएमयू लखनऊ से कन्‍फर्म रिपोर्ट आने के बाद गोरखपुर से बस्‍ती तक हड़कम्‍प मच गया है। उन सभी डाक्‍टरों, पैरामेडिकल स्‍टॉफ और तीमारदारों को क्‍वारंटीन या आइसोलेट कर दिया गया है जो मरीज के सम्‍पर्क में आए थे।

गोरखपुर और बस्‍ती में यह युवक जिन-जिन अन्‍य लोगों के सम्‍पर्क में आया था उनकी तलाश की जा रही है। आशंका है कि उसकी वजह से कई लोग संक्रमित हो सकते हैं।

सोमवार की सुबह बीआरडी मेडिकल कालेज के आईसीयू में युवक की मौत हो गई थी। उसे रविवार की रात उसके परिवारीजनों ने सांस में तकलीफ की शिकायत पर पहले ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया था। वहां से मेडिसिन विभाग के वार्ड नंबर 14 में उसे शिफट किया गया। रात में तबीयत ज्‍यादा बिगड़ी तो डॉक्‍टरों ने उसे कोरोना वार्ड में शिफट कर दिया जहां सोमवार सुबह उसकी मौत हो गई।

सूत्रों के अनुसार अस्पताल के स्टाफ को इसकी जानकारी मिलते ही हड़कंप मच गया और वह अस्पताल प्रशसन के खिलाफ हंगामा करने लगे क्यों मरने वाले व्यक्ति का कोरोना मरीज़ के रूप में इलाज नहीं हो रहा था और उसके संपर्क में अस्पताल का बहुत सा स्टाफ आया था| जबकि अस्पताल प्रश्न का कहना है कि उसके अटेंडेंट्स ने मरीज़ के बारे में पूरी जानकारी नहीं दी |